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क्या ताज महल गिफ्ट करना चाहिए? यह प्रश्न अक्सर उन सभी के दिमाग में अवश्य आता है जो या तो अपने प्रेमी-प्रेमिका को ताज महल उपहार में देना चाहते हैं या फिर जो किसी दोस्त या रिश्तेदार की शादी में ताजमहल gift करना चाहते हैं।

ताजमहल किसी को गिफ्ट करना चाहिए या नहीं, हां तो क्यों व अगर नहीं तो इसके पीछे क्या कारण हैं? अगर आप भी यह जानना चाहते हैं तो यह लेख निसंदेह आपके लिए ही है।

ताजमहल gift करना सही या गलत, आइये जानें। 

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क्या ताज महल गिफ्ट करना चाहिए

क्या ताज महल गिफ्ट करना चाहिए – कैसे लें निर्णय? 

ताज महल को प्रेम का प्रतीक माना जाता है। कहते हैं कि मुगल सम्राट शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज के लिए ताजमहल बनवाया था। यही कारण है कि बहुत से प्रेमी युगल एक-दूसरे को ताजमहल गिफ्ट में देते हैं या देने के बारे में सोचते हैं बिना यह जाने कि इसका कैसा प्रभाव उनकी आने वाली जिंदगी पर पड़ेगा।

क्या किसी को ताज महल गिफ्ट करना चाहिए अथवा नहीं इसका निर्णय हम विभिन्न पहलुओं के आधार पर लेंगे। लेकिन ताजमहल गिफ्ट देना शुभ होता है या अशुभ यह जानने से पहले हमारे लिए यह जानना भी बेहद जरूरी है कि आखिर ताजमहल है क्या। 

भारत में मशहूर ताजमहल का क्या है इतिहास – क्यों कहते हैं इसे प्रेम की निशानी?

भारत के आगरा में स्थित ताजमहल न सिर्फ भारत ब्लकि विश्व में भी सभी के लिए हमेशा से एक आकर्षण का केन्द्र रहा है। अगर हम ताजमहल के इतिहास की बात करें तो मुगल साम्राज्य के प्रमुख राजाओं में से एक सम्राट शाहजहाँ ने ताजमहल को सन् 1632 में अपनी मर्हूम बेगम मुमताज की याद में बनवाया था।

सफेद संगमरमर से बना ताजमहल भारत के प्रमुख राज्य उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध शहर आगरा में यमुना नदी के तट पर स्थित है। ताजमहल को देखने के लिए पूरे साल विश्वभर से सैलानी आते रहते हैं।

चूंकि शाहजहाँ ने अपनी बेगम मुमताज के मरने के बाद उनकी याद में ताजमहल बनवाया था इसलिए यह लोगों के बीच प्रेम के प्रतीक के रुप में जाना जाने लगा। ताजमहल के अंदर बेगम मुमताज का मकबरा बनाया गया है जो सभी सैलानियों के लिए आकर्षण का मुख्य केन्द्र रहता है।

क्यों ताजमहल गिफ्ट में देना चाहिए/अथवा नहीं देना चाहिए – कारण सहित व्याख्या

बेशक ताजमहल को प्रेम की निशानी कहा जाता है लेकिन यह भी सच है कि ताजमहल शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज के मरने के बाद बनवाया था। अतः ताज महल गिफ्ट में दें या नहीं इसका निर्णय बहुत सोच समझकर लेना चाहिए। 

हमें ताजमहल उपहार में देना चाहिए या नहीं इसका निर्णय हम निम्नलिखित आधार पर लेंगे।

क्या सच में ताजमहल को प्रेम की निशानी समझकर गिफ्ट देना सही है? 

सिर्फ भारत में ही नहीं ब्लकि पूरी दुनियां में ताजमहल को प्रेम का प्रतीक माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ताजमहल की स्थापना के पीछे जो कारण बताया जाता है वह है मुगल सम्राट शाहजहाँ का अपनी बेगम मुमताज के प्रति अटूट प्रेम।

अगर इतिहासकारों की माने तो शाहजहाँ मुमताज बेगम को अपनी अन्य बेगमों से ज्यादा प्रेम करते थे। इसलिए जब मुमताज बेगम का निधन हुआ तब शाहजहाँ ने उनकी याद में ताजमहल की स्थापना करवायी।

अतः हम अगर ताजमहल को प्रेम की निशानी के तौर पर किसी को उपहार के रुप में देना चाहें तो अवश्य दे सकते हैं क्योंकि यह शाहजहाँ और मुमताज के गहरे प्रेम को दर्शाता है।

ताजमहल में दफ्न है मुमताज की कब्र – क्या इसीलिए नहीं दिया जाता उपहार में? 

क्या ताज महल गिफ्ट करना अशुभ होता है इसका निर्णय हम ताजमहल क्यों बनाया गया था इसके पीछे की वजह के आधार पर भी ले सकते हैं। जब शाहजहाँ के द्वारा ताजमहल बनवाया गया था तब उसका नाम मुमताज महल था। बाद में मुगल साम्राज्य के खत्म होने के बाद मुमताज महल को ताजमहल का नाम दे दिया गया क्योंकि वह सभी महलों में सबसे खूबसूरत था। 

चूंकि ताजमहल का प्राचीन नाम मुमताज महल था व जिसे विशेषतौर पर मुमताज बेगम के मरने के बाद उनकी कब्र बनाने के लिए बनाया गया था इसलिए ताजमहल को एक पावन स्थान नहीं माना जा सकता। 

इसके विपरीत एक मरे हुए व्यक्ति का मकबरा होने के कारण ताजमहल एक ऐसा स्थान अवश्य है जहां जाना व जिसे अपने पास रखना अशुभ माना जाता है। ताजमहल में एक मरा हुआ व्यक्ति अभी भी मकबरे के रूप में उपस्थित है ऐसे में ताजमहल को किसी भी अपने को gift में देना शुभ नहीं माना जा सकता। 

क्या ताजमहल को किसी धार्मिक स्थल की तरह मानना उचित है? 

गिफ्ट में ताजमहल देना चाहिए या नहीं यह निर्णय लेने के लिए हमें इस बात पर भी गौर करना चाहिए कि किसी धार्मिक स्थल की तरह माने जाने वाला ताजमहल क्या वास्तव में एक धार्मिक स्थल है। 

चूंकि ताजमहल के अंदर मर्हूम बेगम मुमताज का मकबरा बना है इसलिए बहुत से लोग इसे एक धर्म विशेष का धार्मिक स्थल भी समझने लगते हैं जो कि बिल्कुल गलत है। 

ताजमहल कोई धार्मिक स्थल नहीं है अथवा एक मृत व्यक्ति के लिए बनवाया गया विशेष महल है जहां उस मृत व्यक्ति की कब्र बनायी गई है। मुमताज बेगम एक प्रसिद्ध राजा की रानी थी न कि कोई पीर या फकीर जिनके मकबरे को एक धार्मिक स्थल की तरह समझा जाये। 

इसीलिए अगर आप ताजमहल को एक धार्मिक स्थल से संबंधित समझकर किसी को उपहार में देना चाहते हैं तो ऐसा न करें। 

क्या वास्तु के अनुसार ताजमहल को गिफ्ट करना शुभ होता है?

उपरोक्त बिन्दुओं को अच्छी तरह से समझने व इनके आधार पर यह जानने के बाद कि गिफ्ट में ताजमहल देना शुभ है या अशुभ, अब हम जानेंगे कि वास्तु के अनुसार ताजमहल Gift करना सही है या गलत।

अगर हम वास्तुशास्त्र व ज्योतिष शास्त्र के ज्ञाताओं के मतों को आधार मानें तो ताज महल को कभी भी gift के रुप में किसी को नहीं देना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि ताजमहल गिफ्ट करने से उपहार देने व लेने वाले दोनों के संबंधों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

ताजमहल किसी को गिफ्ट करें या नहीं – निष्कर्ष

क्या ताज महल गिफ्ट करना चाहिए इस प्रश्न के जवाब में उपरोक्त विस्तृत चर्चा के आधार पर हम इसी निष्कर्ष पर पहुंचें हैं कि ताजमहल को उपहार में नहीं देना चाहिए। ताजमहल कोई धार्मिक स्थल नहीं है अपितु एक मृत व्यक्ति की कब्र को दफनाने के लिए बनाया गया सुंदर महल है।

इसलिए वास्तु के अनुसार भी ताजमहल को गिफ्ट देना शुभ नहीं माना जाता।

आज हमने बात की कि क्या हमें ताजमहल किसी को गिफ्ट करना चाहिए या नहीं। ताजमहल को गिफ्ट देने व नहीं देने के पीछे के सभी कारणों के बारे में हमने विस्तार से जाना। उम्मीद है कि इस लेख को पढ़ने के बाद अब आप आसानी से यह निर्णय ले सकेंगे कि ताज महल को गिफ्ट में दें या नहीं। 

अगर क्या ताज महल गिफ्ट करना चाहिए इस संदर्भ में आपके कोई सवाल या विचार हों तो हमें कमेंट बॉक्स में अवश्य लिखें। हमें आपके विचारों का इंतजार रहेगा।

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